Thursday, 16 May 2019

।। भगवान नृसिंह स्तोत्र।।

श्री गणेशाय नमः ।
GrahRaj Astrology

सुरासुरशिरोरत्नकान्तिविच्छुरिताङ्घ्रये ।
नमस्त्रिभुवनेशाय हरये सिंहरूपिणे ॥ १॥

शत्रोः प्राणानिलास्तत्र वयं दश जयोऽत्र कः ।
इति कोपादिवाताम्राः पान्तु वो नृहरेर्नखाः ॥ २॥

प्रोज्ज्वलज्वलनज्वालाविकटोरुसटाछटः ।
श्वासक्षिप्तकुलक्ष्माभृत्पातु वो नरकेसरी ॥ ३॥

व्याधूतकेसरसटाविकरालवक्त्रं
हस्ताग्रविस्फुरितशङ्खगदासिचक्रम् ।
आविष्कृतं सपदि येन नृसिंहरूपं
नारायणं तमपि विश्वसृजं नमामि ॥ ४॥

दैत्यास्थिपञ्जरविदारणलब्धरन्ध्र
रक्ताम्बुनिर्जरसरिद्धनजातपङ्का ।
बालेन्दुकोटिकुटिलाः शुकचञ्चुभासो
रक्षन्तु सिंहवपुषो नखरा हरेर्वः ॥ ५॥

दिश्यात्सुखं नरहविर्भुवनैकवीरो
यस्याहवे दितिसुतोद्दलनोद्यतस्य ।
क्रोधोद्यतं मुखमवेक्षितुमक्षमत्वं
जानेऽभवन्निजनखेष्वपि यन्नतास्ते ॥ ६॥

GrahRaj Astrology
॥ इति नृसिंहस्तोत्रम् ॥

सुचना 📵यह लेख पौराणिक ग्रंथों अथवा मान्यताओं पर आधारित है अत: इसमें वर्णित सामग्री के वैज्ञानिक प्रमाण होने का आश्वासन नहीं दिया जा सकता। विस्तार में आप कार्यालय पर संपर्क करें।

      *📜ग्रहराज ज्योतिष कार्यालय📜*
  छाया रोड बालाजी कोम्प्लेक्स -3 माला
भारतीय विद्यालय के सामने पोरबंदर-गुजरात

            रविवार एवं सोमवार
               9727972119
         शास्त्री  एच एच राजगुरू
    *ज्योतिष-वास्तु-धार्मिकपुजा*

https://www.facebook.com/grahraj.astrology/

https://grahraj.blogspot.in/

https://www.youtube.com/results?search_query=grahraj+jyotish

https://twitter.com/grah_raj

hitu9grahgochar@gmail.com

मुलाकात के लिए पहले फोन पर Rg.  करवा ना जरुरि है।
       *🙏🏻 हरि: ॐ तत्सत् 🙏🏻*

No comments:

Post a Comment