⚜ग्रहराज ज्योतिष⚜
(आद्रा नक्षत्र और सूयॅ का प्रवेश)
⚜आद्रा नक्षत्र राहू का नक्षत्र है
ऊसका संबंध जलतत्व से है
⚜आद्रानक्षत्र वषाॅऋतु के नक्षत्र का मुख माना जाता है।
⚜आद्रानक्षत्र मे अपने नाम जैसा ही गुणधमॅ है।
⚜ऊस मे आद्रता यानी के गिलापन-भेज है।
⚜जैसेही सूयॅ इस नक्षत्र मे प्रवेश करता है वातावरण में; हवा में गिलापन,भेज आने लगता है ।
⚜इसलिये हवा मे सुक्ष्म एवं बारीक बेकटरीया फेलने लगते है।
⚜ये आद्रानक्षत्र का सूयॅ वायु के रोगो को बढावा देता है।
⚜दोषो का संचय और प्रकोप के कारन अपने शरीरमे भी वायु का प्रकोपतीव्र हो जाता है।
⚜सुक्ष्म बेकटरीया के कारन आम्रफल मे विकृति चालू हो जाती है।
⚜ऊस मे दाग गिर ने लगते है।
⚜इसलिये लोग आम्रफल का त्याग करते है।
⚜इस साल जेष्ठ कृष्ण -1 एकम दि:21/06/2016,को सूयॅ आद्रानक्षत्र मे10:59pm से प्रवेश करेंगा ।
⚜इसि वक्त पंचांग और समय
चंद्र धनराशि - पूवाॅषाढा नक्षत्र - ब्रह्म योग- तैतिल करण- वाहन- चूहा (उंदर)
⚜सुयॅ कोइ भी नक्षत्र या राशि मे प्रवेश से पहेले ही ऊस का असर चालू हो जाता है।
⚜तो आद्रानक्षत्र के प्रवेश के पहेले ही आम्रफल का त्यागकरना चाहिए ।
⚜और आद्रा मे प्रवेश करते समय कुंभ लग्न - लग्ने शनि महाराज बिराजमान है।
इस का मतलब इस साल बारिश अच्छी होगी ।
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॥हरिॐतत्सत्॥