ग्रहराज ज्योतिष कार्यालय
रवि पुष्यामृत योग महत्व एवं जानकारी
*आइये देखते हैं कुछ ख़ास और आसान उपाय जो की हम कर सकते हैं आज रवि पुष्य के दिवस पंच*
१ - इस सिद्ध मुहुर्त में सिद्ध यन्त्र स्थापित करना चाहिए सुख और सम्पन्नता के लिए जैसे श्री यन्त्र, व्यापार वृद्धि यन्त्र, कुबेर यन्त्र आदि.
२ - अगर कुंडली में सूर्य खराब फल दे रहा हो तो रवि पुष्य को सूर्य शांति का प्रयोग विशेष फल प्रदान करता है और जीवन की बाधाएं कम होती है.
३ - सूर्य के कमजोर होने की दशा में इस दिन माणिक धारण करने का भी विशेष महत्तव है.
४ - विवाह बाधाओं को भी दूर करने के लिए पूजाएँ इस दिन की जा सकती है.
५ - धन प्राप्ति और सम्पान्नता हेतु प्रयोगों को करने हेतु रवि पुष्य का दिन बहुत शक्तिशाली होता है.
६ - अगर कोई किसी विशेष बिमारी का इलाज करना चाहता है तो इस दिन से दवाई लेना शुरू करना चाहिए, परिणाम शीघ्र प्राप्त होते हैं.
७ - विशेष प्रकार की विद्याओं को प्राप्त करने के लिए भी इस दिन से अभ्यास शुरू करना उचित होता है.
८ - समाज में सफलता, व्यापार में सफलता, परिवार में सम्पन्नता आदि के लिए रवि पुष्य को विशेष क्रियाये और पूजाए की जाती है.
९ - इस दिन सूर्य देव की कृपा प्राप्त करने हेतु सूर्य यन्त्र की पूजा करके भी उसे घर में स्थापित करना श्रेष्ठ होता है जिससे की नाम, यश आदि की प्राप्ति होती है.
*अतः घबराने की जरुरत नहीं अगर स्वास्थ में परेशानी है, व्यापार नहीं चल रहा है, समाज में इज्जत नहीं मिल पा रही है. रवि पुष्य के विशेष मुहुर्त में अनुष्ठान करके अपने जीवन को आप बदल सकते हैं*
⚜रवि पुष्यमृत योग
दिनांक - २५/०६/२०१७ - रविवार
रात्रि ११:२६ से ०६:०५ सुबह तक
*यह लेख पौराणिक ग्रंथों अथवा मान्यताओं पर आधारित है अत: इसमें वर्णित सामग्री के वैज्ञानिक प्रमाण होने का आश्वासन नहीं दिया जा सकता। विस्तार में आप कार्यालय का संपर्क करें।*
*ग्रहराज ज्योतिष कार्यालय*
छाया चोक्की रोनक कोम्प्लेक्ष
पोरबंदर-गुजरात
9727972119
शास्त्री एच एच राजगुरू
*ज्योतिष-वास्तु-धार्मिकपुजा*
hitu9grahgochar@gmail.com
*हरि: ॐ तत्सत्*
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