Thursday, 18 April 2024

एकादशी व्रत 2024

एकादशी व्रत 2024 


जनवरी 7, 2024, रविवार
एकादशी
कृष्ण एकादशी
पौष, कृष्ण एकादशी
प्रारम्भ - 00:41, जनवरी 07
समाप्त - 00:46, जनवरी 08
पौष पुत्रदा एकादशी
जनवरी 21, 2024, रविवार
एकादशी
शुक्ल एकादशी
पौष, शुक्ल एकादशी
प्रारम्भ - 19:26, जनवरी 20
समाप्त - 19:26, जनवरी 21
षटतिला एकादशी
फरवरी 6, 2024, मंगलवार
एकादशी
कृष्ण एकादशी
माघ, कृष्ण एकादशी
प्रारम्भ - 17:24, फरवरी 05
समाप्त - 16:07, फरवरी 06
जया एकादशी
फरवरी 20, 2024, मंगलवार
एकादशी
शुक्ल एकादशी
माघ, शुक्ल एकादशी
प्रारम्भ - 08:49, फरवरी 19
समाप्त - 09:55, फरवरी 20
विजया एकादशी
मार्च 6, 2024, बुधवार
एकादशी
कृष्ण एकादशी
फाल्गुन, कृष्ण एकादशी
प्रारम्भ - 06:30, मार्च 06
समाप्त - 04:13, मार्च 07
वैष्णव विजया एकादशी
मार्च 7, 2024, बृहस्पतिवार
एकादशी
कृष्ण एकादशी
फाल्गुन, कृष्ण एकादशी
प्रारम्भ - 06:30, मार्च 06
समाप्त - 04:13, मार्च 07
आमलकी एकादशी
मार्च 20, 2024, बुधवार
एकादशी
शुक्ल एकादशी
फाल्गुन, शुक्ल एकादशी
प्रारम्भ - 00:21, मार्च 20
समाप्त - 02:22, मार्च 21
पापमोचिनी एकादशी
अप्रैल 5, 2024, शुक्रवार
एकादशी
कृष्ण एकादशी
चैत्र, कृष्ण एकादशी
प्रारम्भ - 16:14, अप्रैल 04
समाप्त - 13:28, अप्रैल 05
कामदा एकादशी
अप्रैल 19, 2024, शुक्रवार
एकादशी
शुक्ल एकादशी
चैत्र, शुक्ल एकादशी
प्रारम्भ - 17:31, अप्रैल 18
समाप्त - 20:04, अप्रैल 19
बरूथिनी एकादशी
मई 4, 2024, शनिवार
एकादशी
कृष्ण एकादशी
वैशाख, कृष्ण एकादशी
प्रारम्भ - 23:24, मई 03
समाप्त - 20:38, मई 04
मोहिनी एकादशी
मई 19, 2024, रविवार
एकादशी
शुक्ल एकादशी
वैशाख, शुक्ल एकादशी
प्रारम्भ - 11:22, मई 18
समाप्त - 13:50, मई 19
अपरा एकादशी
जून 2, 2024, रविवार
एकादशी
कृष्ण एकादशी
ज्येष्ठ, कृष्ण एकादशी
प्रारम्भ - 05:04, जून 02
समाप्त - 02:41, जून 03
वैष्णव अपरा एकादशी
जून 3, 2024, सोमवार
एकादशी
कृष्ण एकादशी
ज्येष्ठ, कृष्ण एकादशी
प्रारम्भ - 05:04, जून 02
समाप्त - 02:41, जून 03
निर्जला एकादशी
जून 18, 2024, मंगलवार
एकादशी
शुक्ल एकादशी
ज्येष्ठ, शुक्ल एकादशी
प्रारम्भ - 04:43, जून 17
समाप्त - 06:24, जून 18
योगिनी एकादशी
जुलाई 2, 2024, मंगलवार
एकादशी
कृष्ण एकादशी
आषाढ़, कृष्ण एकादशी
प्रारम्भ - 10:26, जुलाई 01
समाप्त - 08:42, जुलाई 02
देवशयनी एकादशी
जुलाई 17, 2024, बुधवार
एकादशी
शुक्ल एकादशी
आषाढ़, शुक्ल एकादशी
प्रारम्भ - 20:33, जुलाई 16
समाप्त - 21:02, जुलाई 17
कामिका एकादशी
जुलाई 31, 2024, बुधवार
एकादशी
कृष्ण एकादशी
श्रावण, कृष्ण एकादशी
प्रारम्भ - 16:44, जुलाई 30
समाप्त - 15:55, जुलाई 31
श्रावण पुत्रदा एकादशी
अगस्त 16, 2024, शुक्रवार
एकादशी
शुक्ल एकादशी
श्रावण, शुक्ल एकादशी
प्रारम्भ - 10:26, अगस्त 15
समाप्त - 09:39, अगस्त 16
अजा एकादशी
अगस्त 29, 2024, बृहस्पतिवार
एकादशी
कृष्ण एकादशी
भाद्रपद, कृष्ण एकादशी
प्रारम्भ - 01:19, अगस्त 29
समाप्त - 01:37, अगस्त 30
परिवर्तिनी एकादशी
सितम्बर 14, 2024, शनिवार
एकादशी
शुक्ल एकादशी
भाद्रपद, शुक्ल एकादशी
प्रारम्भ - 22:30, सितम्बर 13
समाप्त - 20:41, सितम्बर 14
इन्दिरा एकादशी
सितम्बर 28, 2024, शनिवार
एकादशी
कृष्ण एकादशी
आश्विन, कृष्ण एकादशी
प्रारम्भ - 13:20, सितम्बर 27
समाप्त - 14:49, सितम्बर 28
पापांकुशा एकादशी
अक्टूबर 13, 2024, रविवार
एकादशी
शुक्ल एकादशी
आश्विन, शुक्ल एकादशी
प्रारम्भ - 09:08, अक्टूबर 13
समाप्त - 06:41, अक्टूबर 14
एकादशी
शुक्ल एकादशी
आश्विन, शुक्ल एकादशी
प्रारम्भ - 09:08, अक्टूबर 13
समाप्त - 06:41, अक्टूबर 14
रमा एकादशी
अक्टूबर 28, 2024, सोमवार
एकादशी
कृष्ण एकादशी
कार्तिक, कृष्ण एकादशी
प्रारम्भ - 05:23, अक्टूबर 27
समाप्त - 07:50, अक्टूबर 28
देवुत्थान एकादशी
नवम्बर 12, 2024, मंगलवार
एकादशी
शुक्ल एकादशी
कार्तिक, शुक्ल एकादशी
प्रारम्भ - 18:46, नवम्बर 11
समाप्त - 16:04, नवम्बर 12
उत्पन्ना एकादशी
नवम्बर 26, 2024, मंगलवार
एकादशी
कृष्ण एकादशी
मार्गशीर्ष, कृष्ण एकादशी
प्रारम्भ - 01:01, नवम्बर 26
समाप्त - 03:47, नवम्बर 27
एकादशी
शुक्ल एकादशी
मार्गशीर्ष, शुक्ल एकादशी
प्रारम्भ - 03:42, दिसम्बर 11
समाप्त - 01:09, दिसम्बर 12
सफला एकादशी

दिसम्बर 26, 2024, बृहस्पतिवार
एकादशी
कृष्ण एकादशी
पौष, कृष्ण एकादशी
प्रारम्भ - 22:29, दिसम्बर 25
समाप्त - 00:43, दिसम्बर 27


स्थानिक समय तालिका देवभूमि द्वारका गुजरात से है।


एकादशी उपवास तीन दिनों तक चलता है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि अगले दिन पेट में भोजन का कोई अवशेष न रहे श्रद्धालु उपवास के एक दिन पहले केवल दोपहर में भोजन करते हैं। एकादशी के दिन श्रद्धालु कठोर उपवास रखते हैं और अगले दिन सूर्योदय के बाद ही उपवास समाप्त करते हैं। एकादशी उपवास के समय सभी तरह के अन्न का भोजन करना वर्जित होता है।

श्रद्धालु अपनी मनोशक्ति और शरीर की सामर्थ के अनुसार पानी के बिना, केवल पानी के साथ, केवल फलों के साथ अथवा एक समय सात्विक भोजन के साथ उपवास को करते हैं। उपवास के समय किस तरह का भोजन खाना है यह निर्णय उपवास शुरू करने से पहले लिया जाता है।

एकादशी व्रत

कभी कभी एकादशी व्रत लगातार दो दिनों के लिए हो जाता है। जब एकादशी व्रत दो दिन होता है तब स्मार्थ-परिवारजनों को पहले दिन एकादशी व्रत करना चाहिए। दुसरे दिन वाली एकादशी को दूजी एकादशी कहते हैं। सन्यासियों, विधवाओं और मोक्ष प्राप्ति के इच्छुक श्रद्धालुओं को दूजी एकादशी के दिन व्रत करना चाहिए। जब-जब एकादशी व्रत दो दिन होता है तब-तब दूजी एकादशी और वैष्णव एकादशी एक ही दिन होती हैं।

भगवान विष्णु का प्यार और स्नेह के इच्छुक परम भक्तों को दोनों दिन एकादशी व्रत करने की सलाह दी जाती है।

सुचना 📵यह लेख पौराणिक ग्रंथों अथवा मान्यताओं पर आधारित है अत: इसमें वर्णित सामग्री के वैज्ञानिक प्रमाण होने का आश्वासन नहीं दिया जा सकता। विस्तार में आप कार्यालय पर संपर्क करें।


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