।।हरि:ॐ।।
ॐ सूं सूर्याय नमः ।
आदित्यः प्रथमं नाम द्वितीयं तु दिवाकरः ।
तृतीयं भास्करः प्रोक्तं चतुर्थं तु प्रभाकरः ॥
पञ्चमं तु सहस्रांशुः षष्ठं त्रैलोक्यलोचनः ।
सप्तमं हरिदश्वश्च अष्टमं च विभावसुः ॥
नवमं दिनकरं प्रोक्तो दशमं द्वादशात्मकः ।
एकादशं त्रयोमूर्तिः द्वादशं सूर्य एव च ॥
इति सूर्यद्वादशनामस्तोत्रं सम्पूर्णम् ।
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